(ये एक महत्वपूर्ण विषय है, इसलिए निवेदन है एक बार जरूर पढ़े फिर अपनी राय दें )
बड़े दुख की बात है कि इ़ंटरनेट की आजादी और net neutrality के नाम पर फेसबुक के free basic internet का अंधा विरोध किया जा रहा है ...
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तर्क यह दिया जा रहा है कि फेसबुक और रिलायंस जो free basic ला रहे है, उसमें फेसबुक और कुछ 4-5 साइटो पर सर्फिंग ही फ्री होगी, बाक़ी साइट पर या तो ज्यादा चार्ज लगेगा या वो free basic साइटस के मुकाबले धीमी चलेगी...
हा तो ठीक है, इसमें दिक्कत क्या है?
जिनके पास Vodafone, Airtel वगैरह का नेट हैं तो उन्हें परेशान होने की क्या जरुरत है...,
ये free basics स्कीम उनके लिए हैं जो इंटरनेट से दूर है या हर महीने डेटा पैक में पैसे नहीं खर्च कर सकते...
फेसबुक और reliance के free basic के जरिए वो लोग फेसबुक समेत कुछ साइटो को मुफ्त acess करके इंटरनेट का अनुभव ले सकते है, इसमें दिक्कत क्या है?
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सरकार भले ही कहती हो कि देश में 25-30 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं, (इनमें नियमित इंटरनेट युजर बहुत कम है और एक बार नेट यूज करने वालो को भी इसमें जोड़ दिया गया है)
और देश के इन 25-30 करोड़ इंटरनेट यूजरो मे 80% इंटरनेट युजर देश के चुंनिदा दस बारह शहरों में ही है, जबकि गांवों की जो 90 करोड़ की आबादी है, वहाँ मात्र 2-3 करोड़ लोग ही active इंटरनेट यूजर हैं.....
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सच तो ये है कि देश में 70-80 करोड़ लोगों का इंटरनेट जैसी किसी चीज़ से पाला नहीं पडा हैं, इसलिए यदि रिलायंस और फेसबुक उन्हें कुछ साइटे मुफ्त में दे रही हैं, तो ये उनके लिए इंटरनेट से रूबरू होने का अच्छा मौका होगा......जिसे ज्यादा साइटे चाहिए वो रिलायंस का नेट न ले और अपनी पसंद की कंपनी का नेट ले.....लेकिन जो 70 करोड़ लोग नेट से दूर है, अगर उनको फेसबुक समेत मुफ्त साइटो के जरिए इंटरनेट का अनुभव मिल रहा है तो ये स्वागत योग्य है.....
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याद कीजिए सन् 2003 में शुरू में रिलायंस ने भी 500 रु मे हर हाथ मोबाइल की स्कीम लाकर देश में एक मोबाइल क्रांति ला दी थीं, जिससे निचले तबक़े के आदमी के हाथ में भी मोबाइल आ गया था.....
फिर बाद में मार्केट में ज्यादा विकल्प होने पर लोगों के लिए मोबाइल लेना कहीं ज्यादा आसान और सुविधाजनक जनक हो गया...
ऐसे ही यदि फेसबुक अभी रिलायंस के साथ कुछ साइटे फ्री दे रहा है, तो इससे करोड़ों लोगों तक फेसबुक पहुंचाने में मदद मिलेगी फिर बाद में जैसे जैसे इंटरनेट की पहुंच गावो में गहरी होती जाएगी, मार्केट में और ज्यादा सस्ते फोन और नेट आते जाएंगे और लोग अपनी पसंद के हिसाब से नेट लेते जाएंगे...
इसलिए अभी तो उन्हें initial लेवल पर फेसबुक के free basic के जरिए नियमित नेट का अनुभव लेने दो....
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अब सरकार भले ही ढाई लाख गावो में केबल बिछाने का दावा करे, लेकिन सरकारी व्यवस्था और जमीनी हकीकत को देखते हुए ये दूर की कौड़ी लगती हैं...
यदि फेसबुक या गूगल जैसी कंपनियां अपने टावर लगाकर इंटरनेट के काम को बहुत तेजी और प्रोफशनल तरीके से पूरा कर पाएगी..
लोग कहते है कि फ्री इंटरनेट जैसा कुछ नहीं है जरूर इसमें फेसबुक का फायदा होगा..,अरे फायदा होता हैं तो होने दो, उन्होंने कोई लंगर तो नहीं चलाया हैं...,अच्छा है फायदे और business को देखते हुए फेसबुक जैसी कंपनी बहुत तेज और प्रोफेशनल तरीके से फेसबुक इंटरनेट को गांवों में पहुंचाएगी..
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मै तो चाहता हूँ कि फेसबुक ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे,,,,,
क्योंकि ये फेसबुक ही तो हैं जो हमारे जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है और हम जैसे सामान्य व्यक्तियों को activist बना दिया है..... फेसबुक से लोगों में बहुत जागरूकता बढ़ी है..
लेकिन दुर्भाग्य से फेसबुक की पहुंच अभी भी मात्र 20% लोगों तक ही है....
देश की 80% जनता को भी फेसबुक इंटरनेट से रूबरू करवाना होगा, तभी देश, दुनिया, सरकार, धर्म, इतिहास, अर्थव्यवस्था और मीडिया के बारे में उनकी अच्छी समझ विकसित हो जाएगी और हर आदमी अपने में एक जागरूक नागरिक और activist बन जाएगा.....
इससे सिस्टम और अर्थव्यवस्था में भी तेजी से सुधार होगा.,
इसलिए मैं फेसबुक के फ्री बेसिक का समर्थन करता हूँ।
Via~Sumit Sharma
बड़े दुख की बात है कि इ़ंटरनेट की आजादी और net neutrality के नाम पर फेसबुक के free basic internet का अंधा विरोध किया जा रहा है ...
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तर्क यह दिया जा रहा है कि फेसबुक और रिलायंस जो free basic ला रहे है, उसमें फेसबुक और कुछ 4-5 साइटो पर सर्फिंग ही फ्री होगी, बाक़ी साइट पर या तो ज्यादा चार्ज लगेगा या वो free basic साइटस के मुकाबले धीमी चलेगी...
हा तो ठीक है, इसमें दिक्कत क्या है?
जिनके पास Vodafone, Airtel वगैरह का नेट हैं तो उन्हें परेशान होने की क्या जरुरत है...,
ये free basics स्कीम उनके लिए हैं जो इंटरनेट से दूर है या हर महीने डेटा पैक में पैसे नहीं खर्च कर सकते...
फेसबुक और reliance के free basic के जरिए वो लोग फेसबुक समेत कुछ साइटो को मुफ्त acess करके इंटरनेट का अनुभव ले सकते है, इसमें दिक्कत क्या है?
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सरकार भले ही कहती हो कि देश में 25-30 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं, (इनमें नियमित इंटरनेट युजर बहुत कम है और एक बार नेट यूज करने वालो को भी इसमें जोड़ दिया गया है)
और देश के इन 25-30 करोड़ इंटरनेट यूजरो मे 80% इंटरनेट युजर देश के चुंनिदा दस बारह शहरों में ही है, जबकि गांवों की जो 90 करोड़ की आबादी है, वहाँ मात्र 2-3 करोड़ लोग ही active इंटरनेट यूजर हैं.....
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सच तो ये है कि देश में 70-80 करोड़ लोगों का इंटरनेट जैसी किसी चीज़ से पाला नहीं पडा हैं, इसलिए यदि रिलायंस और फेसबुक उन्हें कुछ साइटे मुफ्त में दे रही हैं, तो ये उनके लिए इंटरनेट से रूबरू होने का अच्छा मौका होगा......जिसे ज्यादा साइटे चाहिए वो रिलायंस का नेट न ले और अपनी पसंद की कंपनी का नेट ले.....लेकिन जो 70 करोड़ लोग नेट से दूर है, अगर उनको फेसबुक समेत मुफ्त साइटो के जरिए इंटरनेट का अनुभव मिल रहा है तो ये स्वागत योग्य है.....
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याद कीजिए सन् 2003 में शुरू में रिलायंस ने भी 500 रु मे हर हाथ मोबाइल की स्कीम लाकर देश में एक मोबाइल क्रांति ला दी थीं, जिससे निचले तबक़े के आदमी के हाथ में भी मोबाइल आ गया था.....
फिर बाद में मार्केट में ज्यादा विकल्प होने पर लोगों के लिए मोबाइल लेना कहीं ज्यादा आसान और सुविधाजनक जनक हो गया...
ऐसे ही यदि फेसबुक अभी रिलायंस के साथ कुछ साइटे फ्री दे रहा है, तो इससे करोड़ों लोगों तक फेसबुक पहुंचाने में मदद मिलेगी फिर बाद में जैसे जैसे इंटरनेट की पहुंच गावो में गहरी होती जाएगी, मार्केट में और ज्यादा सस्ते फोन और नेट आते जाएंगे और लोग अपनी पसंद के हिसाब से नेट लेते जाएंगे...
इसलिए अभी तो उन्हें initial लेवल पर फेसबुक के free basic के जरिए नियमित नेट का अनुभव लेने दो....
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अब सरकार भले ही ढाई लाख गावो में केबल बिछाने का दावा करे, लेकिन सरकारी व्यवस्था और जमीनी हकीकत को देखते हुए ये दूर की कौड़ी लगती हैं...
यदि फेसबुक या गूगल जैसी कंपनियां अपने टावर लगाकर इंटरनेट के काम को बहुत तेजी और प्रोफशनल तरीके से पूरा कर पाएगी..
लोग कहते है कि फ्री इंटरनेट जैसा कुछ नहीं है जरूर इसमें फेसबुक का फायदा होगा..,अरे फायदा होता हैं तो होने दो, उन्होंने कोई लंगर तो नहीं चलाया हैं...,अच्छा है फायदे और business को देखते हुए फेसबुक जैसी कंपनी बहुत तेज और प्रोफेशनल तरीके से फेसबुक इंटरनेट को गांवों में पहुंचाएगी..
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मै तो चाहता हूँ कि फेसबुक ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे,,,,,
क्योंकि ये फेसबुक ही तो हैं जो हमारे जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है और हम जैसे सामान्य व्यक्तियों को activist बना दिया है..... फेसबुक से लोगों में बहुत जागरूकता बढ़ी है..
लेकिन दुर्भाग्य से फेसबुक की पहुंच अभी भी मात्र 20% लोगों तक ही है....
देश की 80% जनता को भी फेसबुक इंटरनेट से रूबरू करवाना होगा, तभी देश, दुनिया, सरकार, धर्म, इतिहास, अर्थव्यवस्था और मीडिया के बारे में उनकी अच्छी समझ विकसित हो जाएगी और हर आदमी अपने में एक जागरूक नागरिक और activist बन जाएगा.....
इससे सिस्टम और अर्थव्यवस्था में भी तेजी से सुधार होगा.,
इसलिए मैं फेसबुक के फ्री बेसिक का समर्थन करता हूँ।
Via~Sumit Sharma
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